विद्या की देवी मां सरस्वती को हम सबने पुस्तकों और चित्रों के माध्यम से ही जाना है।
वो देवी जो वीणा वादिनी हैं, सातों सुरों की अधिष्ठात्री देवी हैं, उनकी वाणी कैसी रही होगी यह उत्सुकता मेरी काफी समय से रही है।
फिर जब भी भारत रत्न, स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी का ध्यान आता है तो मुझे तो ऐसा ही लगता है कि मां सरस्वती ने अपनी आवाज़ से लता जी को नवाजा है। संभवतः यही आवाज़ माता सरस्वती की भी रही होगी।
जितनी सुरमय लता जी की आवाज़ है, संगीत के प्रति उनकी जो निष्ठा है, वह किसी ईश्वरीय वरदान के बिना संभव ही नहीं है।
आज स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर जी का जन्मदिन है। इस अवसर पर मां सरस्वती की साक्षात अवतार लता जी को जन्मदिन की आकाश भर शुभकामनाएं।
में ईश्वर से उनके शतायु होने तथा स्वस्थ जीवन की प्रार्थना करता हूं।
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